Marknadens största urval
Snabb leverans

Böcker av Mahesh Dutt Sharma

Filter
Filter
Sortera efterSortera Populära
  • av Mahesh Dutt Sharma
    276,-

    NA

  • av Mahesh Dutt Sharma
    400,-

    भारत रत्न बाबासाहब डॉ. बी.आर. आंबेडकर को भारतीयसंविधान के सिद्धांत निर्माता और दलित अधिकारों के मुर प्रवक्ता के रूप में जाना जाताहै। उन्होंने कम उम्र से ही भेदभाव का अनुभव किया, जिसका उन्होंने अपने बाद के लेखनमें स्पष्ट रूप से वर्णन किया। एक जगह वे लिखते हैं-''स्कूल में रहते हुए मैं जानताथा कि जब सामान्य वर्ग के बच्चे प्यासे होते हैं, तो वे पानी के नल के पास जा सकतेहैं, उसे खोल सकते हैं और अपनी प्यास बुझा सकते हैं, लेकिन मेरी स्थिति अलग थी। मैंनल को नहीं छू सकता था और जब तक नल को कोई सामान्य जन मेरे लिए नहीं खोल देता, तब तकमेरी प्यास बुझाना संभव न था।''1920 में उन्होंनेएक साप्ताहिक मराठी अखबार शुरू किया, जिसमें जातिगत भेदभाव की कड़ी आलोचना की गई। उन्होंने1937 और 1946 में अंग्रेजों द्वारा दिए गए चुनाव लड़ने के लिए दो राजनीतिक दलों कीस्थापना की, हालाँकि इन्हें संसाधन-संपन्न कांग्रेस पार्टी के खिलाफ बहुत कम सफलतामिली। 1947 में भारत स्वतंत्र हुआ, तो प्रधानमंत्री नेहरू ने उन्हें पहले कानून औरन्यायमंत्री बनने के लिए आमंत्रित किया। संविधान 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया था।डॉ. आंबेडकर ने इसकी सराहना की कि इसकी सीमाएँ हैं।बाबासाहब के अनंत संघर्ष कीमर्मांतक कहानी, जिसमें उनके बाल-संघर्ष को मुखरता से अभिव्यक्त किया गया है।

  • av Mahesh Dutt Sharma
    416,-

    भारत के वॉरेन बफे' और 'बुल मार्केट के राजा' के रूप में विख्यात प्रसिद्ध निवेशक एवं बिजनेस मैग्नेट राकेश झुनझुनवाला शेयर और स्टॉक बाजार का सुपरिचित नाम हैं। उनकी संपत्ति लगभग 5.8 अरब डॉलर, लगभग 45 हजार करोड़ रुपए है। यह उन्हें पुश्तैनी नहीं मिली, बल्कि अपनी कर्मठता, सोच, परिश्रम और बुद्धिमत्ता से उन्होंने अर्जित की है। उनका मानना है कि शेयर बाजार में निवेश बहुत सूझ-बूझ और तसल्ली से करनेवाला काम है। बिना जाँचे-परखे अपनी मेहनत की कमाई को कभी भी स्टॉक में न डालें तथा तरह-तरह के फालतू स्टॉक टिप्स के अनुसार निवेश न करें। वे कहते हैं कि निवेश करते समय स्वयं पर भरोसा और विश्वास होना बहुत आवश्यक हे।यह पुस्तक आपको बिग बुल राकेश झुनझुनवाला के सफल जीवन से तो परिचित करवाएगी ही, साथ ही अत्यंत रहस्यमय एवं अनिश्चित स्टॉक मार्केट में सही निवेश करने, कम नुकसान करने और टिके रहने के व्यावहारिक टिप्स भी देगी।शेयर बाजार, निवेश और पूँजी के विषय में बहुत सटीक जानकारी देनेवाली एक पठनीय पुस्तक।

  • av Mahesh Dutt Sharma
    446,-

    साहस, शौर्य, नेतृत्व, कर्मठता, वीरता, निर्भयता-किसी एक व्यक्ति में इन सबका समुच्चय होना कठिन होता है, लगभग दुर्लभ। परंतु भारत में शौर्य के प्रतीक हैं हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री अजीत डोभाल। वह भारतीय पुलिस सेवा के सबसे सम्मानित अधिकारियों में से एक हैं। 'परम वीर चक्र' के बाद दूसरा सर्वोच्च वीरता पुरस्कार ' कीर्ति चक्र' पानेवाले पहले पुलिस अधिकारी हैं। उन्होंने अनेक कठिन और खतरों से भरे हुए ऑपरेशंस का सफल संचालन व नेतृत्व कर भारतवर्ष की अखंडता को अक्षुण्ण रखने में अप्रतिम योगदान दिया है। उन्होंने मिजोरम विद्रोह में एक फील्ड ऑपरेटिव के रूप में नाम कमाया, जहाँ उन्होंने विद्रोही नेता लालडेंगा को काबू किया। सन्] 1989 में उन्होंने अमृतसर में स्वर्ण मंदिर से आतंकवादियों को निकालने के लिए ' ऑपरेशन ब्लैक थंडर' में पंजाब पुलिस एवं राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के साथ एक आई.बी. टीम का नेतृत्व किया। भारत में इसलामी आतंकवाद के खिलाफ महत्त्वपूर्ण अभियानों को उन्होंने दिशा दी और सन्] 1993 में मुंबई बम धमाकों के बाद अंडरवर्ल्ड गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम को पकड़ने के लिए बनाई गई टीम का नेतृत्व भी किया। 1999 में एयर इंडिया की फ्लाइट को अपहत करके कंधार लेकर गए आतंकियों से यात्रियों की रिहाई के लिए हुई वार्त्ता के भी वह हिस्सा रहे। सर्जिकल स्ट्राइक, डोकलाम विवाद, अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर में हालात पर नियंत्रण, म्याँमार में सैन्य ऑपरेशन इत्यादि जैसे दर्जनों साहसिक अभियान उनके नाम हैं। राष्ट्र की सुरक्षा और सम्मान को सर्वोपरि माननेवाले, दृढ़ एवं कठोर निर्णय लेने में किंचित्] न झिझकने वाले, अजीत डोभालजी की यह प्रेरक जीवनी उनके समर्पित राष्ट्र- जीवन की एक झलक मात्र है।

  • av Mahesh Dutt Sharma
    276,-

    N/A

  • av Mahesh Dutt Sharma
    260,-

    Akbar Birbal Ke Kisse¿¿ ¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿ ¿¿, ¿¿¿¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿¿ ¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿¿ ¿¿¿ ¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿ ¿¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿, ¿¿¿¿¿ ¿¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿¿¿, ¿¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿ ¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿, ''¿¿¿ ¿¿¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿ ¿¿ ¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿¿ 100 ¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿ ¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿-¿¿¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿ ¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿ ¿¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿¿¿¿ ¿¿¿ ¿¿ ¿¿ ¿¿¿ ¿¿¿¿¿¿¿, ¿¿¿¿, ¿¿¿¿¿¿¿¿¿, ¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿ ¿¿¿-¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿ ¿¿¿ ¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿¿ ¿¿¿ ¿¿¿¿¿¿ ¿¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿ ¿¿ ¿¿¿¿¿¿ ¿¿¿¿¿¿ ¿¿¿¿¿¿¿¿ ¿¿¿¿

  • av Mahesh Dutt Sharma
    260,-

    Stephen Hawkingwas one of the greatest geniuses ofour time. After Albert Einstein, he is one of the most brilliant theoretical physicists in history. Though this great cosmologist was afflicted with Amyotrophic Lateral Sclerosis (Lou Gehrig's disease), it did not deter him from pursuing Physics.This book is an engaging biography of this unbeatable person. It sketches a candid portrait of this exceptional personality, giving insight into his personal and professional life. The complex and confusing world of science explained that Hawking as a scientist has traversed throughout his life. Thus, it is understandable to even a layman. This book unravels Hawking's life from when he was a college student to becoming a great cosmologist. This inspiring book will help the readers to know one of the greatest minds of all time.

  • av Mahesh Dutt Sharma
    446,-

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रकाश का पर्व दीवाली कभी पाकिस्तान की सीमा से लगे राजस्थान के जैसलमेर में जवानों के साथ मनाते हैं तो कभी कश्मीर के नौशेरा में। वे हमेशा सेना के मनोबल को सर्वोच्च बनाए रखने के हिमायती रहे हैं। उनका यह स्वभाव उनके अनन्य सैन्य-प्रेम को दरशाता है। मोदीजी को एक ऐसा मजबूत राजनेता माना जाता है, जो दृढ़ संकल्प के साथ भारत की क्षेत्रीय रक्षा कर सकता है; क्योंकि उन्होंने वर्ष 2016 में पाकिस्तान में संदिग्ध आतंकवादी शिविरों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक का आदेश दिया; फिर लद्दाख में चीनी सैन्य दबाव को समाप्त करने के लिए उनकी दृढ़ नीति और जम्मू व कश्मीर में ऑपरेशन 'ऑल आउट' द्वारा भी मोदी ने आतंकवाद व देश विरोधी गतिविधयों के विरुद्ध 'जीरो टॉलरेंस' की नीति अपनाई है। अपनी मजबूत सैन्य-प्रेमी छवि का विस्तार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सर्जिकल स्ट्राइक हो या कश्मीर में आतंकवाद से मुकाबला, प्रधानमंत्री मोदी ने सेना को स्वयं निर्णय लेने की पूरी छूट दी है। इस कारण न केवल सेना का मनोबल बढ़ा है वरन सामान्य भारतीय के मन में सेना के प्रति सम्मान बढ़ा है। सेना के आधुनिकीकरण और अधुनातन अस्त्र-शस्त्र, टैंक, मिसाइल, लाइट वेट हेलीकॉप्टर-ये सब अब भारत में बन रहे हैं। सेना के आधुनिकीकरण के साथ ही स्वदेशी की अवधारणा को भी प्रधानमंत्री मोदी ने संपुष्ट किया है। प्रस्तुत पुस्तक में प्रधानमंत्री मोदी के सैन्य-प्रेम और भारतवर्ष की एकता-अखंडता को अक्षुण्ण रखने के उनके संकल्प की यशोगाथा है।

  • av Mahesh Dutt Sharma
    190,-

    Acharya Chanakya has been accepted as the undisputed benchmark and strategy formulator of ancient Indian political set-up and social values. He is a symbol of India's ingenious wisdom. He is considered as the pioneer who successfully experimented with strategic manipulations and the gambits of chess, in Indian politics. Chanakya was a practical strategist, as well as an economist.His 'Chanakya Neeti' is the ideal guide for a citizens rights and duties; what is right and beneficial for him; what is harmful and immoral for him; he has comprehensively explained through his principles. His 'principle's' (Sutras) or teachings are timeless. With the passage of time, they have become even more socially and politically relevant.Chanakya was the first management guru of the world. He showed comprehensively the way of managing every aspect of one's life. On the basis of what he taught, it can be said that success can be attained even today by managing your life properly.

  • av Mahesh Dutt Sharma
    276,-

    Hailing from Garhwal, Doval has excellent credentials as 'Operation Man'. He made a name for himself as a field operative during the Mizoram rebellion, where he overpowered the rebel leader, Laldenga. In 1989, he led an Intelligence Bureau (IB) team with the Punjab Police and the National Security Guard during 'Operation Black Thunder' to flush out terrorists from the Golden Temple in Amritsar. Throughout the years, he headed several important teams within the IB, including those with prominent operations against Islamic terrorism in India. He also led the team formed after the 1993 Mumbai blasts to apprehend underworld gangster Dawood Ibrahim.

  • av Mahesh Dutt Sharma
    186,-

  • av Mahesh Dutt Sharma
    416,-

  • av Mahesh Dutt Sharma
    460,-

  • av Mahesh Dutt Sharma
    176,-

  • av Mahesh Dutt Sharma
    506,-

  • av Mahesh Dutt Sharma
    200 - 460,-

  • av SHARMA MAHESH & DUTT
    250 - 476,-

  • av Mahesh Dutt Sharma
    250,-

  • av Mahesh Dutt Sharma
    250,-

Gör som tusentals andra bokälskare

Prenumerera på vårt nyhetsbrev för att få fantastiska erbjudanden och inspiration för din nästa läsning.